dc.contributor.author | संपादक, महाराष्ट्र टाईम्स | |
dc.date.accessioned | 2022-02-18T05:42:21Z | |
dc.date.available | 2022-02-18T05:42:21Z | |
dc.date.issued | 2016-12-25 | |
dc.identifier.uri | http://localhost:8080/xmlui/handle/1/1931 | |
dc.publisher | कमला कॉलेज, कोल्हापूर | en_US |
dc.title | संशोधनात नावीन्याची दृष्टी आवश्यक : डॉ. क्रांतिकुमार पाटील यांचे प्रतिपादन : २५ डिसेंबर २०१६ | en_US |